ज्ञान और कर्म का समन्वय ही मोक्ष-मार्ग

    छोटे-छोटे बंधनों को पार करता हुआ ही मनुष्य बड़े बंधनों को पार कर सकता है। उन्नति के लिए मनुष्य ज्ञान और कर्म को इस प्रकार काम में लाए, जिससे लोक के छोटे-मोटे बंधन बराबर शिथिल होते रहें। ऐसा होने पर ही लोकोन्नति, परलोकोन्नति का साधन बना करती है और मनुष्य इन छोटे-छोटे बंधनों  को […]

मानसिक विकास और आत्मज्ञान

महान् पुरुष इसलिए भी काम करते हैं, जिससे कि उनको देखकर दूसरे लोग उसी प्रकार के काम में लग जाएँ और इस तरह के  काम में लगकर आत्मविकास करें। जो लोग सबके हित में अपने हित को देखते हैं और जो लोक कल्याण की भावना से प्रेरित होकर कार्य करते हैं, उनको किसी प्रकार का […]

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Discontentment and Dissatisfaction

Friends! A wise person is one who always keeps his needs and demands under control. For this he has to develop a unique power within himself in order to restrain his needs in a dignified manner. A philosopher has rightly said, “Whoever wishes to remain happy must try to control his impulses and whims. He […]

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TRUE LOYALTY

Once a King had four ministers. Of them, first three were always busy in King’s flattery and cajolery whereas the fourth was wise, farsighted, straight forward and a little blunt. The King ruled the kingdom successfully for many years. His ministers always guided and assisted him. Unfortunately the King got a fatal disease which eventually […]

माँ की शरण में दिव्य शक्ति

 आत्मा की पुष्टि तथा सूक्ष्म शरीर की पुष्टि केवल आत्मचिन्तन, विचार शुद्धि, भावनाओं की पवित्रता तथा भगवन्नाम के रस से ही होती है। इन साधनों की प्राप्ति के लिए न किसी धन की आवश्यकता है, न किसी विशेष कर्म की। यदि आवश्यकता है, तो केवल अपने ध्यान को अंतर्मुखी करने की, आत्मनिरीक्षण और अपने मन […]

मालिक जागें, प्रजातंत्र को जीवन्त बनायें

स्थिति की समीक्षा भारत विश्व का सबसे बड़ा प्रजातंत्र है। अंदर से उभरी और बाहर से थोपी गई तमाम विसंगतियों के बीच भारत ने अपनी प्रजातंात्रिक पद्धति को टूटने नहीं दिया और अनेक कीर्तिमान बनाए, इसके लिए उसे वह सम्मान भी प्राप्त हुआ है, जिसका कि वह हकदार है। किन्तु इन सबके बावजूद कुछ ऐसी […]

परम सत्य को जानो

आधुनिक वैज्ञानिक आविष्कारों की बुराइयों से दीन दशा को प्राप्त मानव समुदाय के उद्धार का यदि कोई उपाय है, तो वह प्रकृति की शरण ही है। हमें प्राकृतिक चिंतन और प्राकृतिक जीवन में लगना होगा। हमें अपने पूर्वजों से प्राप्त ‘सादा जीवन, उच्च विचार’ वाले नियम को अनुभव करना होगा। सादा वस्त्र पहनो। प्रतिदिन भ्रमण […]

दानशीलता की भावना

  कुपात्रों को धन देना व्यर्थ है। जिसका पेट भरा हुआ हो, उसे और भोजन कराया जाए, तो वह बीमार पड़ेगा और अपने साथ दाता को भी अधोगति के लिए घसीटेगा। भारतीय संस्कृति के अनुसार दान बहुत ही उत्तम धर्म-कार्य है। जो अपनी रोटी दूसरों को बाँट कर खाता है, उसको किसी बात की कमी […]

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The essence of planning and organizing

Friends! This world is full of opportunities. What is needed is that we adjust and mold ourselves according to the circumstances and reap maximum benefits. We should always welcome the criticism that comes our way for this acquaints us with our own shortcomings and limitations. After knowing our faults we must reform ourselves and become […]

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Self Help

One day a few bloodhound dogs started chasing the rabbit. He got very scared and ran for his life. He went to the cow who was his friend and requested, ” Sister, please save me from these dogs by killing them with your horns.” The cow ignored his request and went away. Next he went […]