भौतिक क्षेत्र का ध्येय एक ऐसा पदार्थ है, जिसका काल की दृष्टि से आदि और अंत होता है और उसका उद्देश्य किसी अन्य वस्तु को प्राप्त करना होता है। आध्यात्मिक साधना का ध्येय ऐसी वस्तु की प्राप्ति होता है, जो सदा रही है, सदा रहेगी और इस समय भी हमारे ही अंदर मौजूद है। जीवन […]